
एक ऐसी बीमारी जो अचानक से पेट में बहुत तेज दर्द होता है, और फिर ज्यादातर लोग ऑपरेशन करवाने पर मजबूर हो जाते हैं। इस बीमारी को अपेंडिसाइटिस (Appendicitis) के नाम से जाना जाता है, यह 10 साल से लेकर 30 साल की उम्र वाले लोगों को में ज्यादातर देखने को मिलती है।
गूगल करने से यह पता चलता है कि यह एक आम प्रॉब्लम है, जो कि सिर्फ हमारे देश भारत में हर साल लगभग 10 लाख लोग इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
आज हम बात करेंगे कि यह बीमारी क्या है? अपेंडिक्स क्यों होता है? और इसमें ऑपरेशन कराना सही है या गलत? और अपेंडिक्स से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
1. अपेंडिक्स क्या होता है?
आपके शरीर में, जहाँ छोटी आंत खत्म होकर बड़ी आंत शुरू होती है, वहीं पर एक छोटा सा अंग होता है जिसको अपेंडिक्स के नाम से जाना जाता है। ऐसे कहें तो यह अंग आपके पेट के निचले हिस्से यानी नाभि से लगभग 2 इंच नीचे और 2 इंच राइट साइड की तरफ मौजूद होता है।
आज भी अगर इस अंग में इंफेक्शन होता है सही डॉक्टर के पास जाने पर, ज्यादातर डॉक्टर यही कहते हैं, ” अपेंडिक्स एक ऐसा अंग है जिसका हमारे शरीर में कोई काम नहीं। अगर इसको काट कर अपने शरीर से बाहर निकल भी दिया जाए तब भी फर्क नहीं पड़ता “
लेकिन यह बिल्कुल भी सच नहीं है, दरअसल शुरुआत में की गई कुछ साइंटिफिक रिसर्च में साइंटिस्ट को यह लगा कि यह शरीर का बेकार अंग है और इसका शरीर में कोई काम नहीं होता। लेकिन हाल ही में की गई कुछ साइंटिफिक स्टडीज हमको बताती हैं अपेंडिक्स हमारे शरीर का बेकार अंग बिल्कुल भी नहीं है! बल्कि यह शरीर के अंदर गुड बैक्टीरिया (Good Bacteria) को स्टोर करके रखने का काम करता है।
I.e यह बिल्कुल ऐसा है जैसे की आपका मोबाइल गलती से फॉर्मेट हो जाने से सब कुछ डिलीट हो जाता है, फिर अगर आपके पास किसी मेमोरी कार्ड में से पहले सब कुछ बैकअप के तौर पर मौजूद होता है तो आप आसानी से मेमोरी कार्ड से आप सब कुछ अपने मोबाइल में फिर से ट्रांसफर कर लेते हैं। जिससे कि आपके मोबाइल में जो कुछ भी पहले था वह आपको मिल जाता है।

और यही काम भी अपेंडिक्स हमारे शरीर में करता है। शायद आप जानते होंगे कि हमारे शरीर में बड़ी आंत में करोड़ों की तादात में अच्छे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। जो की वेस्ट मटेरियल को ब्रेकडाउन करने, और आपके पाचन तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करते हैं।
लेकिन अगर किसी बंदे को फूड प्वाइजनिंग होती है, या डायरिया होने की वजह से बड़ी आंख से गंदगी के साथ-साथ अच्छे बैक्टीरिया भी बाहर निकल जाता है।
अब यहीं पर अपेंडिक्स मेमोरी कार्ड की तरह बैकअप का काम करता है। जो अच्छे बैक्टीरिया अपेंडिक्स में पहले से जमा रहता है उसे बड़ी आंत में छोड़ दिया जाता है, जिससे कि हमारा पाचन तंत्र अच्छे से काम करने लगता है।
बाकी हम इंसानों को वक्त रहते समझ लेना चाहिए कि हमारा सिर्फ शरीर ही नहीं इस पूरी दुनिया में अल्लाह रब्बुल इज्जत ने ऐसी कोई चीज नहीं बनाई है, कि जिसका कोई काम ना हो। लेकिन हमारी समझ ही इतनी लिमिटेड है कि हम चाह कर भी सब कुछ पूरा-पूरा समझ नहीं सकते।
इसलिए हमें कभी भी अपनी अकल पर गुरुर नहीं करना चाहिए। क्योंकि कुदरत के आगे हमारे अकल की कोई औकात नहीं। अब सवाल यह उड़ता है कि अपेंडिक्स में इंफेक्शन होता क्यों है?
2. अपेंडिक्स में इंफेक्शन होता क्यों है?
जब कोई चीज अपेंडिक्स में फंस कर, रास्ते को बंद कर देती है, तो इसमें ब्लड का फ्लो रुक जाता है और बैक्टीरिया मल्टीप्लाई होकर इंफेक्शन पैदा कर देता है। अपेंडिक्स में जाकर उसे ब्लॉक करने वाली चीज आपकेआंत में जमा होने वाला वेस्ट पदार्थ का टुकड़ा भी हो सकता है या इसमें बुरे बैक्टीरिया के ओवर ग्रोथ की वजह से भी इन्फ्लेमेशन का प्रॉब्लमहो सकता है।

किसी भी बंदे को अपेंडिक्स में इन्फ्लेमेशन की प्रॉब्लम होती है तो सबसे पहले बहुत तेज पेट दर्द देखने को मिलते हैं, जो की नाभि के नीचे और थोड़ा सा राइट साइड के तरफ होता है। धीरे-धीरे यह दर्द पेट के दूसरे हिस्से में भी बढ़ने लगता है। बाद में भूख न लगना, उलटी और बुखार जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। अगर इंफेक्शन कम रहता है कई बार यह खुद ही खुद ठीक हो जाता है, लेकिन अगर कंडीशंस ज्यादा खराब होती है तो इसे सर्जरी करके निकलना ही ज्यादा बेहतर होता है।
क्योंकि इंफेक्शन ज्यादा बढ़ने पर अपेंडिक्स फट भी सकता है, जिससे की इन्फेक्शन पूरे शरीर में फैल सकता है। यह अंग का शरीर में काम तो होता है लेकिन बहुत ज्यादा काम नहीं होता, इसलिए अगर इसे सर्जरी करके निकाल देने पर भी आगे चलकर कोई खास प्रॉब्लम नहीं होती। अब बात करते हैं कि इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए?
अपेंडिक्स के लक्षण:
- पेट में सूजन का होना।
- नावी के निचे और हलकी सी दाएं तरफ दर्द होना।
- खट्टी डकार होना।
- भूक में कमी का होना।
- जी मचलना, उलटी, दस्त और कब्ज़ होना।
- ऊपरी पेट में या नावी के आस पास दर्द होना।
- गैस पास करने में दिक्कत होना।
3. बचने के लिए क्या करना चाहिए?
अक्सर यह देखा गया है की बड़ी आंत में जमा होने वाला वेस्ट मटेरियल अगर बहुत ज्यादा सख्त हो, तो उसके कुछ टुकड़े भी अपेंडिक्स में फंस कर उसे ब्लॉक कर देते हैं। इसीलिए सबसे पहले तो आपको अपने बॉडी में हाइड्रेशन मेंटेन करने की कोशिश करना चाहिए।

और इसके लिए दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी आपको जरूर पीना चाहिए, जिससे शरीर हाइड्रेट होने के साथ-साथ बड़ी आंत में जमा होने वाला वेस्ट मटेरियल भी सॉफ्ट रहता है। जिन लोगों के खाने में फाइबर की कमी होती है उन लोगों में भी यह प्रॉब्लम देखने को मिल सकती है इसलिए आपको अपने खाने में सब्जी और फल जैसे हाई-फाइबर फूड्स को शामिल करना चाहिए।
ज्यादातर ऐसा भी होता है कि जो लोग पिज़्ज़ा, बर्गर और इसी तरह की मेदे और चीनी से बनी चीजे का इस्तेमाल करते हैं, उनमें भी ऐसी प्रॉब्लम देखने को मिलती है। क्योंकि यह आपके आंतों में ज्यादा समय तक रुक जाता है, और बुरे बैक्टीरिया को जन्म देने लगता है, जो की अपेंडिक्स में इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। हालांकि हफ्ते दो हफ्ते में एकाएक बार इस तरह की चीजों का इस्तेमाल करने में कोई प्रॉब्लम नहीं है।
आखरी बात यह है कि आपको रेगुलर कुछ ना कुछ शारीरिक मेहनत का काम जरुर करना चाहिए क्योंकि इससे सिर्फ अपेंडिक्स की प्रॉब्लम ही नहीं बल्कि ऐसी बहुत सारी बीमारियां आपसे दूर रहती है।
FAQs
अपेंडिक्स क्या खाने से होता है?
अपेंडिक्स का कोई स्पेशल फुड्स नहीं है, जिससे यह होता है। अपेंडिक्स एक छोटी सी थैली होती है जो बड़ी आंत से जुड़ी होती है। इसका कोई ज्ञात कार्य नहीं है, और यह कई मामलों में सूजन और संक्रमित हो सकती है, जिसे अपेंडिक्साइटिस कहा जाता है। अपेंडिक्साइटिस के कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन माना जाता है कि यह संक्रमण, रुकावट या चोट के कारण हो सकता है।
अपेंडिक्स किस साइड होता है?
अपेंडिक्स आमतौर पर पेट के निचले दाहिने हिस्से में स्थित होता है। यह बड़ी आंत से जुड़ा होता है और लगभग दो से तीन इंच लंबा होता है।
पथरी और अपेंडिक्स में क्या अंतर है?
पथरी और अपेंडिक्स दो अलग-अलग चिकित्सा स्थितियां हैं। पथरी एक ठोस पदार्थ है जो गुर्दे, पित्ताशय या मूत्राशय में बन सकता है। अपेंडिक्स एक छोटी थैली है जो बड़ी आंत से जुड़ी होती है।
Very informative! Thanxs bro!
Bhai! Aapne aant ki jagah Aankh Likha Hai, 😅 I know it’s typing mistake.. thik karlo
Thanks for Feedback!
Bohat badhiya Gyan Bhai.