क्या Raat ko Chawal Khana Chahiye? Raat ko chawal khaye ya roti? चावल खाने का सही तरीका क्या है? आपको सब कुछ इसमें मिल जायेगा।
Raat ko Chawal Khana Chahiye?
वैसे देखा जाए तो रात में चावल खाना सही भी है और गलत भी यह इस बात पर डिपेंड करता है, कि आप चावल किस तरीके से कहते हैं। कोई शक नहीं की रात में चावल खाना आपके शरीर में चर्बी के मात्रा बढ़ा सकता है। लेकिन ऐसा तभी होता है कि आप चावल खाने के सही तरीके के बारे में नहीं जानते।
चावल एक ऐसी चीज है, जिसमें सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है, ज्यादा क्या, लगभग यूं ही समझ ले की चावल पूरा का पूरा कार्बोहाइड्रेट ही है। जिस तरह गाड़ी के लिए पेट्रोल, ईंधन का काम करता है, इसी तरह हमारा शरीर खाने से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट को एनर्जी प्रोड्यूस करने के लिए ईंधन की तरह ही इस्तेमाल करता है।
जब गाड़ी चलती है तो उसकी टंकी में मौजूद तेल खर्च होता है, इसी तरह जब दिन में कोई आदमी चावल खाता है, तो शरीर को चावल से मिलने वाली एनर्जी, चलने फिरने और किसी काम को करने में खर्च होती रहती है। लेकिन जब रात में चावल खाते हैं तो बात अलग होती है।
फिर से हम इस गाड़ी के एग्जांपल से समझते हैं: जिस तरह अगर कोई आदमी गाड़ी में पेट्रोल तो डालता है, लेकिन उसे चलाता नहीं, तो जाहिर सी बात है कि पेट्रोल गाड़ी के टंकी में धीरे-धीरे जमा होने लगेगा और एक वक्त आएगा की टंकी पूरी तरह से फूल हो जाएगी।
ठीक उसी तरह हमारे शरीर के साथ भी होता है जब आप चावल खाते हैं तो वह बचने के बाद चावल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, ग्लूकोज के रूप में खून में पहुंचता है, ताकि आपका शरीर उसे किसी भी काम करने में एनर्जी के रूप में इस्तेमाल कर सके।
रात को चावल खाने के नुकसान
लेकिन प्रॉब्लम यह है कि रात में खाना खाने के बाद, सोने के अलावा आपके पास और कोई भी काम नहीं होता।इसलिए रात में चावल खाकर आप सोते हैं तो चावल से मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट जब खून में पहुंचता है, तो थोड़ा बहुत शरीर में इस्तेमाल होता है। और क्योंकि आप सो रहे हैं, इसलिए ऐसे में आपके शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत नहीं होती।
खून में ग्लूकोज के रूप में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को आपका शरीर में फैट के रूप में बदलने लगता है और इसी तरह शरीर में धीरे-धीरे चर्बी की मात्रा भी बढ़ने लगता है। हमारे शरीर के ऐसा करने के पीछे बहुत ही सिंपल सामाजिक है,
जिस तरह किसी आदमी की आमदनी ₹20000 हो, और खर्च ₹10000 जाहिर सी बात है, वह आदमी बाकी के बचे हुए ₹10000 को बाद में जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करने के लिए जमा करना शुरू कर देगा। और हमारे शरीर भी यही करता है।
अब शायद आप बोलेंगे कि भाई यह तो लोचा हो गया! क्या हम रात में चावल भी नहीं खा सकते? नहीं भाई आपको फिक्र करने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है, दिन हो या रात आप चावल कभी भी खा सकते हैं। लेकिन अगर रात में चावल खाना चाहते हैं, तो आपको 3 बातें हमेशा ही ख्याल में रखना चाहिए:
1. कोनसा चावल खाएं?
सबसे पहली बात तो यह कि अगर आप रात को चावल खाते हैं तो साथ में आपको किसी ने किसी हाई फाइबर फूड को भी जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि आपका शरीर कार्बोहाइड्रेट को फैट में तब बदलता है जब एक ही बार में जरूर से बहुत ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट खून में पहुंचता है। लेकिन जब आप चावल को किसी हाई-फाई रिपोर्ट के साथ खाते हैं तो फाइबर चावल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को धीरे-धीरे खून में छोड़ना है।
जिससे हमारे शरीर को, कार्बोहाइड्रेट को फैट के रूप में बदलने की जरूरत ही नहीं पड़ती। चावल भी दो तरह के होते हैं एक है ब्राउन राइस और एक वाइट राइस। ब्राउन राइस में पहले से ही फाइबर मौजूद होता है, लेकिन हमारे भारत में सबसे ज्यादा जी चावला का इस्तेमाल किया जाता है वह है व्हाइट राइस यानी सफेद चावल।
क्योंकि सफेद चावल टेस्ट में बेहतर होता है, लेकिन प्रॉब्लम यह है कि इसमें फाइबर बिल्कुल भी नहीं पाया जाता। इसलिए यह खून में जल्दी पहुंचता है जिससे कि शरीर में चर्बी की मात्रा बढ़ सकती है। लेकिन थोड़ा दिमाग लगाया जाए तो सफेद चावल को बिना किसी नुकसान के इस्तेमाल किया जा सकता है।
चावल को आमतौर से दाल, सब्जी, या नॉनवेज के साथ इस्तेमाल किया जाता है। और यहीं पर ध्यान देने की जरूरत है के सफेद चावल और नॉनवेज दोनों में ही फाइबर का मात्रा नहीं होता। और दाल भी जो कि बिना छिलके के इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसमें भी फाइबर ना के बराबर पाया जाता है।
अब यहां हम खुद ही सोचें, मिसाल के तौर पर हम मछली और भात (उगला हुआ चावल) खाना चाहते हैं और अपने रात में ही प्लेट भर के मछली भात लपेट लिया। क्योंकि चावल और मछली दोनों में ही फाइबर नहीं है इसलिए चावल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट आपका खून में जल्दी पोहंचेगा, जिसमें से आपके बॉडी को जितनी जरूरत होगी, उतना इस्तेमाल होगा, और जो जरूरत से ज्यादा होगा उसे आपका बॉडी, फैट में कन्वर्ट कर देगा।
इसलिए चावल आप जब भी खाएं, तो साथ में आपको किसी सब्जी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। क्योंकि सब्जी में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो चावल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को खून में जल्दी जाने से रोकता है।
सब्जी मतलब आलू की सब्जी नहीं, क्योंकि आलू चावल से बहुत ज्यादा अलग नहीं होता।आलू में भी कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा मौजूद होता है।आलू में फाइबर ना के बराबर पाया जाता है, और बाकी हरी सब्जी में या और कोई सब्जी में फाइबर का मात्रा अच्छा खासा पाया जाता है।
इसलिए चावल के साथ आपको कोई भी हरी सब्जी जरूर इस्तेमाल करनी चाहिए। किसी भी तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि सब्जी पकी हुई, या सलाद के रूप में किसी भी तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
दूसरी बात यह है कि आप जानते हैं की रात के वक्त आप कोई ज्यादा मेहनत वाला काम नहीं करते, इसलिए आपको चावल का क्वांटिटी थोड़ी कम, और सब्जी की मात्रा ज्यादा रखनी चाहिए। और तीसरा बात यह के रात का खाना खाने के बाद 15-20 मिनट आपको चहल कदमी भी जरूर करनी चाहि,ए यानी 15 से 20 मिनट आपको चलना जरूरी है।
ताकि खाने के बाद जो आपको एनर्जी मिली है वह कुछ हद तक खर्च हो सके, अगर आप अक्सर प्लेट भर के चावल खाते हैं, और साथ ही आप उसके साथ कोई फाइबर रिच सब्जी नहीं खाते, फिर खाने के बाद, आप कोई भी मेहनत का काम नहीं करते हैं या चलते भी नहीं, अब कोई भी फर्क नहीं पड़ता कि आप दिन में चावल खाते हैं या रात में। आपके बॉडी में चर्बी तो बढ़ने ही वाली है।
देखिए, इस इनफार्मेशन का मतलब यह नहीं है, कि आज रात अपने चावल खाए और कल सुबह ही, आपका पेट निकल जाएगा। बल्कि प्रॉब्लम तब होती है जब आप किसी भी गलती को बार-बार दोहराते हैं। यह बात आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए।